Story of Prophet SALEH |
अस्सलामवालेकुम
दोस्तों आज हम असली कहानी सुनाएंगे पैगंबर सालह
अलैहिस्सलाम की
तो बिना किसी देरी के चलिए शुरू करते हैं !
थामूद
कबीले के
लोग बहुत मेहनत करने वाले थे यह कबीला उसी जगह आबाद हुआ जहां पर पहले आद कबीला
हुआ करता था जो अल्लाह के आजाब से पूरा नष्ट हो गया था ! जैसा कि हमने बताया थामूद कबीले के लोग बहुत मेहनती हुआ करते थे उसके साथ साथी बहुत अच्छे कारीगर भी थे उन्होंने पहाड़ियों के ऊपर बहुत अच्छे मकान बनाए थे अल्लाह पाक ने उनकी जमीन को खेती के लायक बनाया था जिसमें बहुत अच्छी फसल होती थी ! लेकिन वह बहुत जल्द अल्लाह के दिए गए उपहारों को भूल गए वह लोग बहुत घमंडी हो गए और उनमें से जो लोग अमीर थे वह अल्लाह को भूलकर मूर्तियों की प्रार्थना शुरू कर दी और यह लगातार कई सालों तक चलता रहा है और कुछ पीढ़ीया बीत जाने के बाद थामूद कबीले के अधिकतर लोग मूर्ति पूजक हो गए थामूद के लोगों में मूर्तियों को मानने की परंपरा अब आम हो चली थी !
पैगंबर
सालह उनके
बीच ही रहा करते थे वह एक नेक ईमानदार और अच्छे इंसान थे लोग उनको प्यार करते थे क्योंकि वह बुद्धिमान और बहुत अच्छे इंसान थे ! थामूद
कबीले के
लोग पैगंबर सालह
से प्यार करते और उन्हें सम्मान देते थे ! पैगंबर सालह के अंदर अल्लाह के अलावा किसी और का डर नहीं था पैगंबर सालह अल्लाह के बारे में बताते हुए थामूद के लोगों को समझाने की पूरी कोशिश किया करते थे !
एक
दिन हर दिन की तरह थामूद कबीले के लोग पहाड़ के ऊपर चट्टान के चारों तरफ प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए वह लंबे समय तक पहाड़ की प्रार्थना करने लगे जब उनके बच्चों ने उन्हें ऐसा करता हुआ देखा तो वह भी ऐसा करने लगे उसी समय वहां से पैगंबर निकल रहे थे उन्होंने लोगों को पहाड़ की प्रार्थना करते हुए देखा वह दुखी हो गए और उनके पास गए और बोले भाइयों सिर्फ अल्लाह ही हमारा मालिक है उनमें से फिर एक बोला तुम हमेशा हमें अल्लाह की प्रार्थना करने को क्यों कहते हो तो पैगंबर ने कहा क्योंकि उसी ने तुम्हें बनाया है और उसी ने तुम्हें यह सब कुछ दिया है यह सूरज , चांद , सितारे , पहाड़ यह धरती , पेड़ , पौधे और वह सब चीज जो तुम देखते हो उनमें से एक को विचार आया और वह बोला की अगर तुम्हारा अल्लाह सच्चा खुदा है तो हमें कोई चमत्कार यह जादू दिखाओ तभी हम उस पर विश्वास करेंगे वहां आसपास के सभी लोग इकट्ठा हो गए क्योंकि उन्हें सबूत चाहिए था तभी एक अमीर आदमी आया और बोला की चट्टान से एक ऊंटनी निकाल कर दिखाओ तब एक और मुखिया सामने आया और बोला की उस ऊंटनी के पेट में बच्चा भी हो लोगों ने जब यह सुना तो वह हंसने लगे उन्हें लगा कि अब पैगंबर अब हार चुके हैं वह जानते थे कि पैगंबर कोई सबूत नहीं दे सकते हैं ! पैगंबर सालह ने सोचा और जवाब दिया की अल्लाह ऐसा कर देगा तो क्या तुम सच में मान जाओगे कि अल्लाह ही असली ईश्वर है और क्या तुम मानोगे कि मैं उनका पैगंबर हूं फिर लोगों ने कहा हां हम मानेंगे !
फिर पैगंबर
सालह ने अल्लाह से दुआ की वह ऐसा चमत्कार दिखा दे फिर अचानक से बिजली चमकने की आवाज आई और चट्टान टूट गई और उस चट्टान में से बहुत ही सुंदर ऊंटनी बाहर निकली वह बहुत बड़ी थी लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि वह सपना तो नहीं देख रहे हैं फिर लोगों ने ध्यान दिया कि ऊंटनी के पेट में बच्चा भी है उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो पा रहा था अमीर , गरीब , मुखिया सब देखते ही रह गए वह चमत्कार को देखकर आश्चर्य में पड़ गए और फिर मैं अल्लाह की शक्ति पर विश्वास करने लगे यह उनके सामने अल्लाह पाक के होने का एक बहुत बड़ा सबूत था!
अल्लाह पाक
का चमत्कार
देखने के
बाद लोग
आपस में
बात करने
लगे और
कहने लगे
कि जो
पैगंबर कहते
थे वह
तो सच
निकला और
कहने लगे
हां ! बिल्कुल
! अल्लाह ही
सच्चा मालिक
है लेकिन
अभी भी
विश्वास करने
वाले लोगों
की जनसंख्या बहुत
कम थी
! यह चमत्कार
देखने के
बाद भी
कुछ लोग
ईमान नहीं
लाएं और
कहने लगे
पैगंबर अपनी
बात समझाने
के लिए
कोई चाल
चल रहे
हैं ! ऊंटनी
अब अन्ना
की दी
हुई एक
निशानी बन
गई 3 दिनों
के बाद
ही ही
उस ऊंटनी
के बच्चा
पैदा हुआ
ऊंटनी जहां
जहां जाती
वह छोटा
ऊंट उसके
पीछे पीछे
चलता रहता
ऊंटनी भी
अपने बच्चे
ऊंट का
पूरा ध्यान
रखती जल्दी
ऊंटनी और
उसका बच्चा
प्यार और
दवा की
मिसाल बन
गए जब
कबीले के
लोगों ने
यह सब
देखा तो
वह बोले
यह तो
उसी ऊंटनी
का बच्चा
है जिसे
अल्लाह पाक
ने चमत्कार
से पहाड़
से निकाला
था तभी
पैगंबर ने
कहा भाइयों
अल्लाह से
प्रार्थना करो
और उसी
की पूजा
करो वही
एक सच्चा
मालिक है
अल्लाह की
तरफ से
यह आप
लोगों के
लिए एक
इशारा है
इस ऊंटनी
को अल्लाह
के बनाए
मैदान में
छोड़ दो
और ध्यान
रखो उसे
कोई परेशानी
ना हो
अगर ऐसा
हुआ तो
ऐलनाबाद तुम्हें
नुकसान पहुंचाएंगे !
समय बीटा चला गया ऊंटनी और उसका बच्चा थामूद के हरे मैदानों में वह वहां रहने लगे वह जमीनों से घास
खाती और कुएं से पानी पीती पूरे थामूद के कबीले में सिर्फ यही एक कुआं था ! थामूद के लोग पानी पीने के लिए इसी कुआं का इस्तेमाल करते थे ऊंटनी भी इसी कुआं का पानी पिया करती थी क्योंकि ऊंटनी काफी बड़ी थी इसी वजह से वह बहुत सारा पानी पी जाया करती थी कई बार इतना ज्यादा पानी पी जाती थी की पूरा कुआं खाली हो जाया करता था ऊंटनी इतनी बड़ी थी कि जब वह पानी पिया करती थी तो लोग कुएं के पास जाने से डरते थे फिर उन्होंने पैगंबर से शिकायत की और उन्होंने कहा कि वह इसके बारे में सोचेंगे छोटे ऊंट को जब भूख लगा करती तो वह मां का दूध पिया करता था थामूद के लोगों ने जब यह देखा तो उनके मुंह में पानी आने लगा फिर वह पैगंबर के पास गए और पैगंबर से कहा ऊंटनी का दूध हमारे लिए बहुत अच्छा हो सकता है और यह हमारे जैसे कई लोगों के लिए भी बहुत अच्छा होगा और फिर वह छोटा सा ऊंट पूरा दूध तो नहीं पी पाएगा तो हमें भी थोड़ा सा दूध दिलवा दीजिए ! पैगंबर ने थोड़ी देर सोचा और फिर कहां कि तुम थोड़ा सा दूध ले सकते हो लेकिन तुम्हें कुएं का पानी उसके साथ बांटना होगा जल्द ही वह लोग इस बात के लिए मान गए !
एक दिन
जब ऊंटनी
अपने बच्चे
को दूध
पिला रही
थी तब
लोग कुएं
से पानी
भरने गए
यह सबके
लिए बहुत
अच्छी बात
थी ऊंटनी
बहुत सारा
दूध देती
जिससे थामूद के लोगो की
जरूरत पूरी
हो जाती
पहले तो
लोग इस
बात से
बहुत खुश
हैं पर
फिर जो
लोग अल्लाह
पर विश्वास
नहीं करते
थे वह
लोग आवाज
उठाने लगे
क्योंकि वह
पैगंबर से
जलते थे
उनके जलने
का एक
और कारण
यह अल्लाह
की भेजी
हुई ऊंटनी
थी कुछ
मुखिया भी
पैगंबर के
खिलाफ थे
उन्हें लगता
था कि
पैगंबर उनकी
परंपराओं के
लिए हानिकारक है
वह लोग
पैगंबर को
बिल्कुल देखना
नहीं चाहते
थे इसलिए
एक रात
ऊंटनी को
मारने के
लिए साजिश
की इस
काम के
लिए उन्हें
9 इंसानों की
जरूरत थी
जिन्हें मनाने
के लिए
उन्होंने अपनी
पत्नियों की
मदद ली
और फिर
वह 9 लोग
उस ऊंटनी
और उसके
बच्चे को
मारने के
लिए तैयार
हो गए
उन्होंने ऊंटनी
को मारने
के लिए
अगला दिन
उसका पीछा
किया और
जब ऊंटनी
कुएं के
पास पहुंची
और वहां
से पानी
पीने लगी
तब उन
लोगों ने
ऊंटनी के
पैर में
तीर मार
दिया और
फिर ऊंटनी
जोर-जोर
से चिल्लाते हुए
जहां से
भागने की
कोशिश करती
रही लेकिन
वह ऐसा
नहीं कर
पाई क्योंकि
उसके पैर
में तीर
लग गया
था फिर
वह लोग
दौड़ते दौड़ते
ऊंटनी के
पास आ
गए और
ऊंटनी को
घायल कर
दिया लेकिन
इन शैतानों
ने इस
प्यारी सी
ऊंटनी को
बेदर्दी से
मार दिया
!
पैगंबर से
जलने वालों
ने जब
ऊंटनी की
लाश देखी
तो वह
खुशी के
मारे उछल
पड़े वह
नाचते गाते
और मस्ती
कर रहे
थे लेकिन
किस बात
से अनजान
थे कि
उन्होंने अल्लाह
पाक का
दिया हुआ
उपहार मार
दिया है
जब पैगंबर
ने यह
सब देखा
तो है
बिल्कुल टूट
से गए
और पैगंबर
ने कहा
3 दिन और
तुम अपना
जीवन जी
लो फिर
अल्लाह तुम
सब को
सजा देंगे
फिर वह
लोग कहने
लगे 3 दिन
क्यों अपने
अल्लाह पाक
से कहो
कि वह
आज ही
सजा दे
फिर पैगंबर
ने उन्हें
एक बार
दोबारा समझाने
की कोशिश
करी और
कहां भाइयों
तुम यह
सब अपराध
क्यों करते
हो अल्लाह
पाक से
माफी मांग
लो शायद
वह तुम
सबको माफ
कर दे
लेकिन उन
लोगों ने
इस बात
की परवाह
नहीं की
और लगातार
नाचते गाते
रहे और
उन्होंने उसी
रात पैगंबर
को मार
देने की
साजिश रची
लेकिन पैगंबर
को अल्लाह
ने पहले
ही सचेत
कर दिया
और थामूद से
जाने को
कह दिया
फिर पैगंबर
और उनके
अनुयाई थामूद
छोड़ कर
चले गए
!
जैसा कि
पैगंबर ने
कहा था
कि 3 दिन
बाद आजाब
आएगा अल्लाह
पाक का
तो उस
दिन वह
लोग जिन्होंने ऊंटनी
को मारा
था वह
सभी लोग
अपने घर
में थे
वह लोग
अपनी पत्थरों
से बने
घर में
अपने आप
को सुरक्षित समझ
रहे थे
अचानक बिजलियां कड़कने
लगी और
तूफान आ
गया और
सैलाब भी
और जमीन
थर थर
कांपने लगी
थामूद के
सारे लोग
और जानवर
सब मारे
गए एक
ही समय
में थामूद
के सारे
लोग खत्म
हो गए
और भूकंप
ने सब
कुछ खत्म
कर दिया
और वह
लोग जिन
मूर्तियों की
पूजा करते
थे वह
भी नहीं
बचे !
पैगंबर सालह और उनके अनुयाई बचे रहें क्योंकि वह पहले ही यह जगह छोड़ चुके थे और वह लोग बहुत समय तक अलग-अलग कबीले के लोगों को अल्लाह के बारे में बताते रहे ! अल्लाह पाक ने बहुत सारे चमत्कार दिखाएं लेकिन ना मानने वालों ने उन पर कोई ध्यान नहीं दिया ! अल्लाह पाक सबको शमा करने वाले और सब पर दया करने वाले हैं !
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